१९५० मे लारेंस विकिरण प्रयोगशाला मे बेवाट्रान त्वरक (
2.
लॉरेंस विकिरण प्रयोगशाला के “ऑक्टोपस” नेटवर्क के विकास का विवरण देने वाली 1970 की एक रिपोर्ट, इस स्थिति का एक अच्छा संकेत देती है.
3.
लॉरेंस विकिरण प्रयोगशाला के “ऑक्टोपस” नेटवर्क [1][2] के विकास का विवरण देने वाली 1970 की एक रिपोर्ट, इस स्थिति का एक अच्छा संकेत देती है.
4.
एमआईटी की विकिरण प्रयोगशाला स्थापना 1940 में एक ब्रिटिश माइक्रोवेव रडार विकसित करने हेतु हुई और प्रथम व्यापक उत्पादक इकाइयों के अग्रिम पंक्ति की स्थापना एक माह के अंदर ही हो गया.
5.
लॉरेंस विकिरण प्रयोगशाला के “ ऑक्टोपस ” नेटवर्क [१] [२] के विकास का विवरण देने वाली 1970 की एक रिपोर्ट, इस स्थिति का एक अच्छा संकेत देती है.
6.
१ ९ ५ ० मे लारेंस विकिरण प्रयोगशाला मे बेवाट्रान त्वरक (Bevatron accelerator) ने प्रति-प्रोटान खोज निकाला, जो कि द्रव्यमान तथा स्पिन मे प्रोट्रान के जैसा लेकिन ऋणात्मक विद्युत आवेश तथा प्रोटान के विपरित चुंबकिय गुरुत्व वाला था।
7.
एमआईटी का प्रारूप द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने सैन्य अनुसंधान में शामिल होने के कारण बदल गया, बुश को वैज्ञानिक अनुसंधान और विकास के विशाल कार्यालय का प्रमुख नियुक्त किया गया और एमआईटी समेत कुछ चुने हुए विश्वविद्यालयों के समूह को वित्त पोषण के निर्देश दिए गए.[21][22] एमआईटी की विकिरण प्रयोगशाला स्थापना 1940 में एक ब्रिटिश माइक्रोवेव रडार विकसित करने हेतु हुई और प्रथम व्यापक उत्पादक इकाइयों के अग्रिम पंक्ति की स्थापना एक माह के अंदर ही हो गया.
8.
एमआईटी का प्रारूप द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने सैन्य अनुसंधान में शामिल होने के कारण बदल गया, बुश को वैज्ञानिक अनुसंधान और विकास के विशाल कार्यालय का प्रमुख नियुक्त किया गया और एमआईटी समेत कुछ चुने हुए विश्वविद्यालयों के समूह को वित्त पोषण के निर्देश दिए गए.[21] [22] एमआईटी की विकिरण प्रयोगशाला स्थापना 1940 में एक ब्रिटिश माइक्रोवेव रडार विकसित करने हेतु हुई और प्रथम व्यापक उत्पादक इकाइयों के अग्रिम पंक्ति की स्थापना एक माह के अंदर ही हो गया.